अशोक कुमार सिंह
पार्टी के कर्ता-धर्ताओं को लगता है, महासचिव राहुल गांधी को देखने जुटने वाली भीड़ वोट की शक्ल में उसकी झोली में गिर जायेगी। बसपा सरकार के भ्रष्टाचार पर उनका वार कारगर होगा और केंद्र सरकार तथा कांग्रेस द्वारा शासित राज्यों के भ्रष्टाचार को जनता भूल जायेगी। ऐसी ही खुशफहमियों के साथ साढ़े चार साल तक निष्क्रिय रही कांग्रेस बस चंद नारों के साथ विधानसभा चुनावों का मैदान मारने की फिराक में है।
लखनऊ। प्रदेश में हाल के दिनों में कांग्रेस के महासचिव और सांसद राहुल गांधी के ताबड़तोड़ दौरों, खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के बीच उनकी सक्रियता में कांग्रेसी दो दशक बाद गद्दी की संभावनाएं टटोल रहे हैं। उन्हें लगता है कि राहुल बाबा की अपील नये-नये वोटरों को एकदम से पार्टी की झोली में डाल देगी। उन्हें देखने के लिए उमड़ने वाली भीड़ राजनीतिक रूप से सबसे ज्यादा जागरूक इस राज्य की सत्ता कांग्रेस को थाली में सजाकर दे देगी। उसे यह भी लगता है कि जनता महंगाई को भूल जायेगी, एक-दूसरे को पछाड़ते घोटालों को राजकाज मान लेगी और सिर्फ दफ्तरों में बैठकर बयान जारी करने को जनसेवा मान कर साढ़े चार की उसकी निष्क्रियता पर ज्यादा तवज्जो नहीं देगी और फिर तो कुर्सी उसकी है ही।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बैठकों के नाम पर जब भी कार्यकर्ताओं-नेताओं का जमावड़ा लगता है, कांग्रेस कुछ इसी तरह के खामखयाली परिणामों की अपेक्षा में अभिभूत हो जाती है। अखबारों के जरिये कुछ बयान उछाले जाते हैं और कांग्रेस के कर्ता-धर्ता मान लेते हैं कि जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारी पूरी हुई। रविवार को हुई कांग्रेस के जिला/शहर कांग्रेस अध्यक्षों की बैठक में भी नजारा इससे अलग नहीं था। अध्यक्षता करते हुए प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि जनता कांग्रेस की ओर देख रही हैै। प्रदेश में अन्य दलों की छवि जनता के बीच गिरी है। राहुल गांधी के प्रदेश में सक्रिय होने से जनता का रुझान बड़ी तेजी से बदला है और वह कांग्रेस को प्रदेश में विकल्प के रूप में देखना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में किसी अपराधी को शामिल नहीं किया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपने बूते सरकार बनायेगी।
डा. जोशी ने कहा कि अभी चुनाव में छह माह शेष हैं, इसलिए हमें अभी से कार्य करना है। बाढ़ प्रभावित जिलों में प्रदेश सरकार ने एक-एक करोड़ रुपये दिये हैं, निगरानी करनी है कि बाढ़ का पैसा किस मद में खर्च किया जा रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में प्रदेश में घोटाले उजागर करने के बाद पार्टी अब मनरेगा में भ्रष्टाचार के मामलों पर प्रदेश सरकार को घेरेगी। उन्होंने गुरुमंत्र दिया कि जिला/शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनरेगा पर आर.टी.आई. के माध्यम से सूचनाएं प्राप्त करें और जहां भी धांधली और भ्रष्टाचार नजर आये, उसे मुद्दा बनाकर संगठन के स्तर पर आवाज उठाएं। उन्होंने कहा कि आप सभी लोग अभी से चुनाव के लिए कमर कस लें, विजय कांग्रेस पार्टी की होगी। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयंती पर 20 अगस्त को लखनऊ में दलित सम्मेलन होगा, जिसमें प्रदेश की सभी न्याय पंचायतों से पांच-पांच दलित प्रतिनिधि आयेंगे।
डॉ. जोशी ने जोर देकर कहा कि विधानसभा चुनावों को देखते हुए 15 अगस्त के पहले बची हुईं सभी बूथ कमेटियों का गठन कर लिया जाना चाहिए। अब उन्हें कौन बताये कि घर और रिश्तेदारी की शादी-व्याह छोड़ दिये जायें तो कांग्रेसी अपने क्षेत्र में भी पांच साल से पहले नहीं जाते। ऐसे कार्यकर्ताओं और नेताओं के भरोसे विधानसभा चुनाव का महासमर जीतने के सपने जीवट का प्रतीक हैं। तभी तो सांसद जगदम्बिका पाल को उत्तर प्रदेश में बसपा सरकार के भ्रष्टाचार और घोटाले तो नजर आ जाते हैं, लेकिन उनका दिल शायद यह मानने से मना करता है कि जनता केन्द्र के घोटाले भी देख रही है। घोटाले की आदर्श आदर्श इमारत जिस महाराष्ट्र में है, वहां उनकी ही पार्टी की सरकार है। जनता बसपा को भी देख रही है और आपको भी।
बहरहाल, जगदम्बिका ने कहा कि हर विभाग से धन उगाही की जा रही है। जिलों-जिलों में बसपा के कोआर्डिनेटर धन उगाही कर रहे हैं। विभिन्न योजनाओं को मिल रही केन्द्रीय मदद में करोड़ों रुपये भ्रष्टाचार किया जा रहा है, आम जनता को योजनाओं का सही लाभ नहीं मिल रहा है, इसकी मानीटरिंग करने की जरूरत है। उन्होंने मांग की कि केन्द्र सरकार हर जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त करे, ताकि केंद्रीय मदद का दुरुपयोग न हो। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन पी.एल. पुनिया ने कहा कि चुनाव नजदीक आ रहा है। कांग्रेस का प्रत्याशी बनने के इच्छुक लोगों को अभी से ही न्यायपंचायत स्तर पर जाकर बूथ लेवल पर संगठन को मजबूत करना चाहिए और लोगों की समस्याओं के निस्तारण के प्रयास करने चाहिए।
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