गुरुवार, 13 अक्तूबर 2011

जनस्वाभिमान जगाना है या ‘कमल’ खिलाना है?



क्रासर: पूरब से कलराज और पश्चिम से राजनाथ निकले यात्रा पर
क्रासर: काशी में आडवाणी व मथुरा में सुषमा ने दिखायी हरी झंडी
क्रासर: केन्द्र-प्रदेश सरकार पर जोरदार हमले, बदलने का आह्वान 


अशोक कुमार सिंह
लखनऊ, 13 अक्तूबर: 
भ्रष्टाचार के खिलाफ अण्णा हजारे के आन्दोलन से बने माहौल को जिन्दा रखने के लिए भाजपा के शीर्ष पुरुष लालकृष्ण आडवाणी ने पटना से कई राज्यों की ‘जनचेतना यात्रा’ शुरू की तो प्रदेश में मौजूदा मायावती सरकार के खिलाफ चुनावी साल में माहौल अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा के दो नेता पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र भी गुरुवार को ‘जनस्वाभिमान यात्राओं’ पर निकल पड़े। प्रदेश में चुनावी उम्मीदों के कमल खिलाने के मकसद से पूरब-पश्चिम से एक साथ मथने के लिए राजनाथ ने मथुरा से और कलराज ने काशी से यात्रा शुरू की। भारतमाता मन्दिर काशी से शुरू यात्रा को पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी तथा दीनदयाल धाम मथुरा से प्रारम्भ यात्रा को लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राजग के संयोजक शरद यादव ने किया। दोनों यात्राओं का समापन 22 अक्टूबर को अयोध्या में होगा।
काशी में आडवाणी, वाराणसी के सांसद डा. मुरली मनोहर जोशी, प्रदेश अध्यक्ष, सूर्य प्रताप शाही, मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमा भारती, मुख्तार अब्बास नकवी और अनन्त कुमार ने भगवान विश्वनाथ की पूजा-अर्चना के बाद कलराज के नेतृत्व में जन स्वाभिमान यात्रा को हरी झंडी दिखायी। इस मौके पर जनसभा में आडवाणी ने घोषणा की, ’काले धन को लायेंगें, भारत भव्य बनायेंगे’ और ’नया भारत बनाना है भ्रष्टाचार मिटाना है।’ उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ शुरू की गई उनकी जनचेतना यात्रा निश्चित रूप से जनता की मायूसी दूर करेगी और अपार संभावनाओं से जुड़ा यह देश पुनः अपना गौरव प्राप्त करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कलराज और राजनाथ की अगुवाई में शुरू हुईं जन स्वाभिमान यात्राएं प्रदेश की जनता का स्वाभिमान जगायेंगी।
स्वागत भाषण में शाही ने कहा कि भाजपा प्रदेश से कुशासन मिटाने और सुशासन लाने के लिए प्रतिबद्ध है। चुनाव अभियान समिति के संयोजक कलराज ने कहा कि भ्रष्टाचार हत्या, लूट व बलात्कार इस प्रदेश सरकार का पर्याय बन चुका है। लोगों का जो स्वाभिमान प्रदेश सरकार ने गिराया है, वह पुनः लौटे, इसके लिए इस सरकार का जाना जरूरी है।
इस अवसर पर वाराणसी के सांसद डा. मुरली मनोहर जोशी, राष्ट्रीय महामंत्री एवं मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद, महामंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राष्ट्रीय प्रवक्ता रामनाथ कोविद, राष्ट्रीय मंत्री मुरलीधर राव एवं श्याम जाजू, प्रतिभा आडवाणी, विधानमंडल दल के नेता ओम प्रकाश सिंह, पूर्व अध्यक्ष केसरी नाथ त्रिपाठी, महामंत्री संगठन राकेश, महेन्द्र पाण्डेय, नरेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष शिवप्रताप शुक्ल, मीना चौबे, वीणा पाण्डेय मौजूद थीं।
उधर, राजनाथ सिंह ने मथुरा में पं. दीनदयाल धाम से यात्रा शुरू की। उन्होंने कृपाधाम जाकर सन्तों का आशीर्वाद लिया। साध्वी ऋतम्भरा के श्री परमानंद आश्रम गये तथा कृष्ण जन्मभूमि का दर्शन किया। फिर दीनदयाल धाम जाकर पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा को माल्यार्पण किया। इस अवसर पर जुबली पार्क में आयोजित जनसभा में लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने केन्द्र और मायावती सरकार पर कड़े प्रहार किये। उन्होंने कहा कि पहले देश और समाज के हित में लोग जेल जाते थे, और फिर राजनीति तथा सत्ता में आते थे। अब उल्टा हो गया है। लोग पहले मंत्री बनते हैं और देश को लूटते हैं, फिर जेल जाते हैं। कई मंत्री जेल गये अब गृहमंत्री पी. चिदम्बरम की बारी है।
राजग के संयोजक शरद यादव ने कहा कि दिल्ली तबाह है और लखनऊ चौपट हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम तो कायदे से महंगाई मोहन सिंह होना चाहिए था। उन्होंने राजनाथ सिंह से कहा कि वह मायावती से यूपी में निपटें, मनमोहन सिंह से हम लोग निपटते हैं। राजनाथ ने कहा कि वह वह यूपी के खराब हालात देखकर बसपा की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अपना दायित्व निभाने आये हैं। सरकार ठीक न हो तो विकास नहीं होता, यूपी इसका नायाब नमूना है। भाजपा सत्ता में आयी तो किसानों को एक प्रतिशत पर कर्ज, गन्ना किसानों को न्यूनतम 300 रुपये दाम, किसानों के खाते में सीधे पैसा भेजने जैसी सुविधाए शुुरू की जायंेगी। युवाओं को रोजगार के लिए भी सस्ता लोन दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि वह यूपी को बचाने के लिए बसपा का तख्ता पलटने निकले हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय कटियार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा.रमापति राम त्रिपाठी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष करुणा शुक्ला, विजय गोयल, रामनाथ कोविद, राष्ट्रीय मंत्री अशोक प्रधान, जद-यू के राष्ट्रीय महामंत्री के.सी. त्यागी, डा. महेन्द्र सिंह, रामनरेश अग्निहोत्री, सांसद कुसुम राय, पूर्व सांसद साक्षी महाराज समेत कई प्रमुख नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।



‘रथयात्रा रोग’ से नहीं मिलेगा ‘राजयोग’: कांग्रेस 
लखनऊ, 13 अक्टूबर:
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की यात्राओं पर कांग्रेस ने चुटकी ली है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा को रथयात्रा रोग लग चुका है, किन्तु ‘रथयात्रा रोग’ से ‘राजयोग’ का सपना पूरा होने वाला नहीं है। भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी कीयात्रा का जनता पर कोई असर नहीं होगा, क्योंकि वह पहले भी तमाम रथयात्राएं निकाल चुके हैं। उनकी पहली रथयात्रा ने पूरे देश में हिन्दू-मुस्लिम समुदाय के बीच जो जहर घोला उसने सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान लीं। उनकी बाकी सभी रथयात्राएं फ्लॉप शो ही साबित हुई हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने गुरुवार को यहां कहा कि कलराज मिश्र और राजनाथ सिंह की यात्राओं का मकसद भी जनता को धार्मिक आधार पर विभाजित करके वोटों की तिजारत करना है, परन्तु प्रदेश की जनता अब इन हथकंडों को समझ चुकी है और अब इनके फरेब में आने वाली नहीं है।

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